ख्वाब कभी बहोत देखे थे जन्नत मिर्ज़ा पाने को नींद कभी उड़ी नहीं, सपनो ने दम तोड़ दिया #गालिब_तेरी_याद_में #मिर्ज़ा #yqdidi #dharmuvach