है कृष्ण, मुझे अपनी बांसुरी सा खोखला तू कर दे, फिर अपने होटों से लगा अपना प्रेम रस तू भर दे। हो तेरा ही ध्यान और सिमरन हो हर घड़ी हर पल, मुझमें से सब हर कर तेरा तुझमें होने का वर दे।। "किरन" कृष्ण जन्माष्टमी #कृष्ण जन्माष्टमी