युवा शक्ति इस चिर निद्रा से जागो तुम! निज शक्ति, सविस्तार करो!! तिमिर समाहित होते जग को! युवक तुम उद्धार करो!! हो ऊर्जावान! हो शक्तिमान! 'युवा शक्ति' समन्वय कार्य करो!! मत डूबा मिथ्या स्वप्न अधर में! जागो! सात्विक श्रृंगार करो!! इच्छा शक्ति प्रबल कर लो! ना हार कभी स्वीकार करो!! संघर्ष युक्त जीवन सागर को! बन केवट नैय्या पार करो!! दीन-हीन, निर्जन, निर्मम को! उत्थान समर्पित सार करो!! पाषाण बने निशब्द हो क्यों! कर धार से वार-प्रहार करो!! तुम 'मूर्ति' बना पाहन संशोधित! "युवा शक्ति" विचार करो!! हो राम राज्य में परिवर्तित युग! तुम कलयुग का संहार करो!! तुम कलयुग का संहार करो!! रुपम✍️ सुल्तानपुर उत्तर प्रदेश #हिंदी_कविता #नवयुवक #motivational_poem #BasEkSoch #samvedita💌