वो और बात थी,ये और बात है ज़िदंगी कल भी इत्तेफ़ाक थी,ज़िंदगी आज भी कयास है सच और झूठ के बहुत दौर अब देख लिए कोशिशें कल भी नाकाम थीं,उम्मीदें आज भी हताश हैं जोर-जोर से धड़क रहा कितना बेचैन है दिल मेरा बेहिसाब हसरतों के बीच एक टुकड़े सुकून की तलाश है महफ़ूज रहना है तो रहे जिसने मेरे संग छल किया ज़मीर जिसका मर चुका,अब वो ज़िंदा लाश है रात के लिबास भी दिन ने अब पहन लिये कल तक रात बदनाम थी,आज दिन के चेहरे पे दाग़ है महारास तो प्रभु भी गोपियों संग कर रहे यूं खींच न मुझे अभी,उनके दर्शनों की प्यास है... © trehan abhishek #महारास #krishna #radhakrishnalove #manawoawaratha #yqdidi #yqbaba #astheticthoughts #restzone