ना गिड़गिड़ाये थे वो, ना हमारा उसे इस तरह छोड़ने का तरीक़ा सही था, ज़िद वो भी ना कर पाये, हमें भी उसपे हक़ जमाने का सलीक़ा नहीं था, अब निकल आये हैं उसके शहर से, तो भरी आँखें लिये ढूँढ़ते फिरते हैं, इस्बात दिल में उठी ये टीस है, शायद हमें असल में चाहनेवाला एक वही था। - आशीष कंचन इस्बात = सबूत एक वही था... #एकवहीथा #collab #yqdidi #yqbaba #yqquotes #yqtales #yqhindi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi