यादों के कफ़न में लिपटा हुआ वक्त न दफ़न होता है, न ज़लता है वक्त बेवक्त छ़लता रहता है दबीं पिडायें उछ़ालता है... स्याह रातों मे अक्सर यादे करवटें लेती है अतित के चादर पर कई सिलवटें आती है... कोई अंग़ार जैसे अपनेआप में धधकता हुआ,ज़लता हुआ, चिंगारियां फोड़ता रहता है व्यक्तीत्व को चिरता हुआ ... कहाँ मसरूफ़ हो भगवन, बिनती है मिन्नतें अंत की अनंत गिनती है.... Rashmi #Just _Thoughts 💖 #यादें #बिनती #yqdidi #yqbaba #yqtaai#yqtales #bestyqhindiquotes