तो अकेले ही चलो, इधर उधर का सहारा नहीं, ख़ुद का तुम सहारा बनो, माना की गिरोगे, पड़ोगे, लेकिन एक दिन अपने पैरों पे ही चलोगे, तो घबराना कैसा, तो हिचकिचाना कैसा, तो हिम्मत करके चलते रहो, और अपनी मंजिल खुद ही एक समय में तय करो। सफ़र अकेले करना है, फिर किसलिए डरना है... #सफ़रअकेले #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi