जब कभी भी अकेला हुआ, तुमने साथ दिया, आज मैं जो कुछ भी हूँ, तुम्हारे ही बदौलत हूं, मैं जो भी जानता हूँ, तुमने ही तो बताया है, तुमने ही तो सिखाया है, तुमने ही तो पढ़ाया है, तुमसे हम हैं, हमसे तुम नहीं, यह दुनिया महरुम है सब से, लेकिन तुम नहीं, तुम तो जानती हो सब कुछ, तुमसे ही तो लोगों को पता लगता है, तुम मेरी दोस्त हो, हमसफर साथी हो, तुम कोई और नहीं मेरी प्यारी पुस्तक हो । जब कभी भी #अकेला हुआ, तुमने साथ दिया, आज मैं जो कुछ भी हूँ, तुम्हारे ही #बदौलत हूं, मैं जो भी जानता हूँ, तुमने ही तो बताया है, तुमने ही तो #सिखाया है, तुमने ही तो पढ़ाया है, तुमसे हम हैं, हमसे तुम नहीं, यह दुनिया #महरुम है सब से, लेकिन तुम नहीं,