ऐसे किसी कारवां तक चलेंगे, कौन जाने हम कहां तक चलेंगे, ये रिश्ते, नाते, दोस्त साथ हैं मगर, कुछ ही होंगे जो मुकाम तक चलेंगे। अब तक दौलत नेकियों कि कमाई है, पर जरुरत में ये सिक्के कहां पर चलेंगे। खुद पर यकीन है जितना, उतना भरोसा तुम पर है, तुम जहां तक चलोगे, हम वहां तक चलेंगे। ~ विपिन कुमार #Shayeri #karvan #rishtey #mukaam