पैर टुटता तो चल भी लेते, पर दिल टुट गया है, बारिश का डर नहीं है साहब बस हमें "ओला" से बचा लेना... गर दया आए तो उसकी शादी में हमें"OLA"से पहुंचा देना... ©Laddu ki lekhani Er.S.P Yadav ola