आज अयोध्या हर्षित है मन्दिर में राम आए हैं। मेरे प्रभु राम आए हैं मेरे श्री राम आए हैं। छल प्रपंच से जूझ रही थी न्याय का मुख देख रही थी, जन्मभूमि में शरणागत हो इसी ग्लानि में डूब रही थी। भवन हुए रंगीले हैं सरयू भी गुण गाए है आज अयोध्या हर्षित है मन्दिर में राम आए हैं। मौन मूक सब देख रही थी अपने में ही सिमट रही थी, धीरज कैसे धरते हैं प्रभु तुमसे ही तो सीख रही थी। धैर्य के बादल छंट गए हैं नभ मण्डल मुस्काए है, आज अयोध्या हर्षित है मन्दिर में राम आए हैं। मर्यादा की धरती पर पीड़ित क्यारी क्यारी थी, कलयुग में उद्धार हो मेरा यही आस लगाई थी। सत्य की जयकार हुई और देव जल बरसाएं हैं, आज अयोध्या हर्षित है मन्दिर में राम आए हैं। ©️Purnima #विचारनामा #Ayodhya #श्रीरामजन्मभूमि #शिलान्यास #राममंदिर #Diwali