चलते रहो डगर डगर,चाहे कितनी ही काली घटाएं छाएं मुड़कर पीछे मत देख रे मुसाफ़िर,चाहे कितनी ही बाधाएँ आएं कुछ साथ आयेंगे कुछ साथ छोड़ जाएंगे,पर हमने वही करना जो हमने ठानी है कष्ट और कड़ी मेहनत से ही, हमने सफलता पानी है कर्म वही करो जो तुम्हे अछे लगें, और तुम्हारे मन में आयें हारकर मत बैठ जाना ए *चौहान* चाहे कितनी बाधाएँ आती है आएं ....... #सफलता #motivational #sngrsh OM BHAKAT "MOHAN,(कलम मेवाड़ की)