किसी अँधेरे को उजाले का वर दिया हां, मैंने नेत्र दान कर दिया किसी और की अमानत हो गई ये आँखें सोये सपनों में जान भर दिया हां, मैंने नेत्र दान कर दिया मेरा धर्म है सम्हाल के रखूं अमानत को सलामती का इंतज़ाम कर दिया हां, मैंने नेत्र दान कर दिया तन्हाई में अश्कों की बारिश हुई काले बादल में उजला चाँद कर दिया हां, मैंने नेत्र दान कर दिया सूखे खेतों मे हरियाली आई न थी उन खेतों में धान कर दिया हां, मैंने नेत्र दान कर दिया जिनका दुनिया देखने को भूखा था मन सपनों के भट्ठी में नान कर दिया हां, मैंने नेत्र दान कर दिया जाने के तुरंत बाद आएंगे आई बैंक वाले सबके सामने ये ऐलान कर दिया हां, मैंने नेत्र दान कर दिया अंतिम इच्छा के साथ गर कर दिया रुख़सत विकास को तुमने मेहरबान कर दिया हां, मैंने नेत्र दान कर दिया जाने के बाद भी देखूँगा इस सुन्दर धरा को इन आँखों को ऎसे महान कर दिया हां, मैंने नेत्र दान कर दिया चराग जलाने का काम कर दिया उम्मीदों को उनके जवान कर दिया जिन्दगी हीरे का खान कर दिया सुंदर सुबह और शाम कर दिया काबिले तारीफ़ ये काम कर दिया नेकी का अपना ईमान कर दिया हां, मैंने नेत्र दान कर दिया......... - विकास वरनवाल #RDV19 #eyedonation #Donnerfeelings #poetry #VikashVarnval