आज तुझको भुलाके बैठे है अपना सब कुछ गंवाके बैठे है अब किसी ग़म पे हम ना रोएंगे ख़ुद को इतना सताके बैठे है क्या बिगाड़ेगी अब हवा अपना शम्मा ए दिल बुझाके बैठे है उम्र भर भी ना ढूंढ पाओगे ऐसी दुनियां में जाके बैठे है muskan Sharma ©मुस्कान शर्मा #Fire tute sapne