पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने उत्तर प्रदेश बिहार और दिल्ली के भाई वालों पर अपना बयान सफाई देते हुए यह स्पष्ट किया कि उनके संगीत तो केवल अरविंद केजरीवाल और उनके साथियों के साथ थे लेकिन यह कहना कठिन है कि इससे नुकसान की भरपाई हो जाएगी यह सही चुनाव है समय सभी विभिन्न दलों नेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप तेज हो जाती है इस क्रम में तो बेतुके बयान भी आमने सामने आ जाते लेकिन नेताओं को यह ध्यान देना तो बेहतर है कि ऐसे बयान खुद उन्हीं पर भारी पड़ते हैं कभी-कभी तो एक अनुचित बयान पूरी चुनाव माहौल को बदल देता है चुनाव के समय उल्टे सीधे बयानों का सिलसिला जनहित के उन विषयों को किरारा करने का भी करता है जो वास्तव में चुनावी मुद्दे बने चाहे जब ऐसा होता है तब जनता का ही नुकसान होता है जनता और देश के हित में यही है कि राजनीतिक दल चुनाव के समय उन विषयों पर केंद्रित रहे जो आम लोगों के जीवन को प्रभावित करते आमतौर पर ऐसा करना नहीं हो पाता क्योंकि राजनीतिक दलों के नेता विरोधी दलों के नेताओं के आरोप का कार्ड करना और उनमें आरोप जुड़े होते हैं या फिर मजा है मजा क्षेत्रवाद की राजनीति को हवा देने लगते हैं ©Ek villain #चुनावी मुद्दे #selflove