Nojoto तेरे बग़ैर भी जी जीके मर रही हूं मैं,बिछडके तुझ से,मैं खुद में ही मर रही हूं मैं/१
वो एक हूक जो उठती हैं मेरे सीने मैं,वो कौन शख्स हैं जिसमे उतर रही हूं मैं//२
है मुझको ये भी पता कौन है वो कैसा है,मैं जिसके हिज्र में तन्हा सफर रही हूं मैं//३
मैं तेरी राह में इक रोज़ जां भी दे दूंगी,ये और बात हैं तुझसे ही डर रही हूं मैं//४
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