संसार में अनेक प्रकार के सुख हैं पर सफलता की विजय का सुख सबसे बड़ा है। इससे बढ़कर और कोई सुख नहीं। एक मनुष्य जब अपनी चिर संचित इच्छा और आकाँक्षाओं को पूरा हुआ देखता है तो उसे एक आन्तरिक सन्तोष मिलता है। यह सन्तोष एक प्रकार की आध्यात्मिक खुराक है, जिसके मिलने से आत्मबल में असाधारण वृद्धि होती है। संसार में अनेकों प्रकार की सुख