जब मर्ज़ी थी तो बदचलनी थी फ़िर मज़बूरी आयी, तो बनी वेश्यावृत्ति जब गुनाह दो तरफ से हुआ तो पैदा हुआ गुनहगार इश्क़ मग़र अब इस बात को क्या नाम दूँ कि बैठी हूँ बाज़ार में मेरे अपनों के हवाले से खरीदेगा कोई जात धर्म मेरे संस्कार के हवाले से बिकूंगी हर हाल में, चाहे कोई माने या ना माने #NaPoWriMo #बिकना #बाज़ार #सामान #दुकान #जिस्म #इश्क़ #सौदा #बदचलनी #YQdidi #YQbaba