#सुनो ना.... सुनो ना.... तुम्हारे बारे में कुछ गहरा सा लिखना था इश्क से ज्यादा क्या लिखूँ.... कुछ ठहरा सा लिखना था तुम्हारे युँ हमेशा दुर रहकर मुझे हमेशा तडपानेवाले दर्द से ज्यादा क्या लिखूँ.... कुछ गहरें समंदर कि बड़ी और कुछ गहरी लहर सा लिखना था तुम्हारी गहरी आँखों से ज्यादा क्या लिखूँ.... कुछ अपना सा लिखना था मेरे दिल के तुम्हारी यांद में छलकनेवाले आँसुओं से ज्यादा क्या लिखूँ.... कुछ खुशबू सा लिखना था तेरे किरदार से ज्यादा क्या लिखूँ.... सुनो अब जिंदगी लिखनी हैं तुमसे ज्यादा क्या लिखूँ.... @शब्दभेदी किशोर ©शब्दवेडा किशोर #तुम_और_बातें