सोचा चांद पे जाऊ, थोडीसी मिट्टी लाऊ, उससे दो पुतले बनावू, एक तेरा -एक मेरा... वापस दोनो पुतलो को मोड दु, सब मिट्टी एक कर दु, उससे दो और पुतले बनावू, एक तेरा-एक मेरा, क्योकी मुझमे कूछ तेरा है, और तुझमे कुछ मेरा...