जिस प्रकार वृक्ष की जड़ को सींचने से उसका तना, उसकी शाखाएं, टहनियां व पत्तों आदि का पोषण हो जाता है अर्थात् सभी को पानी और भोजन मिल जाता है, जबकि पत्तों पर जल डालने से वृक्ष सूख जाता है, उसे पानी और भोजन नहीं मिलता। इसी प्रकार केवल एक निराकार शिव पिता को याद करना है। उसी से हमारी सद्गति होगी। किसी भी देहधारी को याद नहीं करना है। ये हमारे जीवन को भी राख कर देते हैं अपनी पूजा करवा कर। #MahatmaGandhi