#RIPRohitSardana क्या लिखूँ आज हर रोज़ आपकी तरह न जाने कितनी बेटियाँ बाप विहीन हो जाती हैं। क्या बयाँ करूँ आज हर रोज़ आपकी तरह न जाने कितनी बेटियाँ विधवा हो जाती हैं। क्या शब्दार्थ कहूँ हर रोज़ आपकी तरह न जाने कितने हीरों की साँसें रुक जाती हैं। ©Jitendra VIJAYSHRI Pandey "JEET " #जीतकीनादानकलमसे #मृत्यु #अटल #सत्य #कोरोना #आतंक #RIPRohitSardana Sudha Tripathi