ग्रन्थ प्रेम का ... हम अपना, लिखे नाहक जा रहे हैं!! फुर्सत नहीं उनको कभी, यारब ... हमको पढ़ने की!! के पसंद नज़दीकियां ज्यादा हैं, गैरों से ... उनको जो अपनी!! फुर्सत नहीं उनको पल भर की, यारब ... हमको मिलने की!! नाहक