कैसे दिन हमने गुजारे हैं ख्वाबों में भी तू ही नज़र आए जागती आंखों में तेरे ही नज़ारे हैं तेरी ही यादें हैं छाई हुई हर ओर तेरे ही अफसाने हैं तेरी राह देखते थके ये नयना फ़िर भी तेरे ही दीवाने हैं -रचना शर्मा "राही" एक ख़ूबसूरत #collab Aesthetic Thoughts की जानिब से। #राहदेखतेदेखते #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi