तलाश में हूं अपनी मगर अब तक मैं नाकाम हूं ख़ुद को ख़ुद में ढूंढ़ रहा मैं ही मेरा मुकाम हूं माना मुझसे मेरी दूरियाँ ज्यादा ही कुछ बढ़ गई मैं ही अपनी चोट हूं मैं ही अपना ईनाम हूं... © abhishek trehan #Talash #Khudki #Zindagi #safar #Hindi #Poetry #kavita #shyari #my #Thoughts