किसी रोज़ छॉंव की तलाश में किसी रोज़ छाँव की तलाश में भटकते फिरोगे। मेरी मानो कर दो बन्द यूँ पेड़ों को बेवजह काटना वरना किसी रोज जीने के लिये आक्सीजन को तलाशते फिरोगे।