फ्लाइंग किस्स हास्य कविता जल्द चैनल पर 😊 खोल मोहब्बत की दुकान, वो प्रेम प्रीत बेच रहे है.. तुम चाहो या ना चाहो फ्लाइंग किस्स भेज रहे है..। आँख मार उनका अंदाज, पार्टी वाले झेल रहे है.. खोल मोहब्बत की दुकान इश्क इशारों से खेल रहे है..। अरे धंधा है उनका गजब, वो भ्रष्टाचार में नेक रहे है... तुम जानों या ना जानों वो अपनी रोटी सेक रहे है..। परिवार है उनका अजब, धर्म भ्रम के लेख रहे है.. तुम मानों या ना मानों मुर्ख दास माथा टेक रहे है..। कवि आनंद दाधीच, भारत ©Anand Dadhich #flyingkiss #rahulinparliament #kaviananddadhich #poetananddadhich #photocreditgoogle #smritiirani