साँझ को जब भी उदास मन नदियों से मिलता हैं, कुछ पल को विचलित फिर शांत हो जाता हैं, जैसे-जैसे लहरें बहती जाती हैं नदियों की धारा में, संग अपने विचलित मन भी ले जाती हैं, और जो दे जाती हैं, वो हैं बस, "नयी उमंग और नयी आशाएं" | ©Sonam kuril #SunSet #नदियाँ #river #Lehrein #Khamoshi #नई_उमंग #नयी_आशाएं #nojotohindi #Nojoto #poetrymonth