कहाँ जाना है, कहाँ पहुंचना है, है कहाँ मंजिल मेरे कदमों की? थकेंगे जब ये और चल ना सकेंगे आगे- पड़ेगी जरुरत इसे चार कन्धों की, हाँ सायद तब जाके मेरे कदमों को मंजिल प्राप्त होगा, तब कहीं इनके "अविरल-यात्रा" का कारवां वो समाप्त होगा!! Zindagi ek #yatra, Iske bade se #natak me #humtum Bas kuch #kirdaar aur #patra. Collaborating with #yqdidi #कहाँजानाहै #yqbaba