मिट्टी के इंसान हैं सारे मिट्टी में मिल जाना है जितने है कमाए पैसे छोड़ यहीं सब जाना है जिसने जितने पाप किए सबका हीसाब चुकाना है जो भी अच्छे काम किए उसका ही फल तो पाना है छोड़ के सब दुनिया दारी रब के पास ही जाना है करले तैय्यारी तू प्यारे क्या मुँह वहाँ दिखाना है वहाँ पर चलने वाला न कोई तेरा बहाना है वहाँ पर भी जाने के बाद क्या झूठा रोब दिखाना है बात बात पर वहाँ भी क्या लोगों को लड़वाना है सच्चे वादे तोड़ के क्या झूठी कसमे खाना है मंदिर मस्जिद के नाम पर क्या दंगे फ़साद कराना है जाति धर्म में बाँट के क्या लोगों का खून बहाना है सोच जरा ये सब करने से तुझे क्या खोना क्या पाना है खाली हाथ ही आया था तू खाली हाथ ही जाना है मिट्टी के इंसान हैं सारे मिट्टी में मिल जाना है. ©Mohd Asif (Genius) #asifgenius #mitti_me_mil_Jana_hai #mitti #Time