इस हवा का भी एक अपना ही अंदाज है, कहीं भी चली जाती है आवारों की तरह, पर हवा में भी भावना होगी ही, जब खुश होती है ठंडक और, गुस्सा होती है तो आती हैं आंधी । - शुभम खोब्रागडे #air