न राम जैसा पुरुष है कोई न सीता सी कोई स्त्री होगी... न रावण सा विद्वान कोई न हनुमान सी किसी से दोस्ती होगी... ये सतयुग द्वापर की बात नही इस कलयुग के रंग निराले है... इंसानों में इंसानियत मिल जाये यहाँ लोगो में भगवान न मिलने वाले है... ये बात तो बिल्कुल पक्की है भगवान न तुम बन पाओगे... हाँ कोशिश कर के देखो मगर वास्तव के इंसान तो बन ही जाओगे... ©misskirt❤️ dussehra #Dussehra