_ वो खूबसूरत शाम उन पेड़ों की छाँव नदियाँ किनारे कितना खूबसूरत था एक गाँव वो लहलहाते खेत वो कितनी हरियाली ऐसा लगता था जैसे प्रकृति ने पसारे हो पाँव अपने लालच ,शानो-शौकत में हमने खो दी Queen" उस मनोहर प्रकृति की ठाँव आज प्रकृति क्रोध में दिखा रही ताँव काश,हमनें बचाया होता न आने दिया होता धाँव !!! पर्यावरण दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ आप सभी को 💐💐🙏😊 ताँव-गुस्सा ,,,ठाँव-जगह ♥️ Challenge-590 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ विषय को अपने शब्दों से सजाइए।