#WorldTheatreDay कभी खुशियां हैं, तो कभी ग़म हैं, है सावन कभी,कभी पतझड़ मौसम है, इस दुनिया के रंग मच पर रब के हाथों, कभी कठपुतलियां तुम हो तो कभी हम हैं । शिवा अधूरा #World_Theatre_Day #कठपुतलियां