हम अपने अपने घरों में शायद एक बहोत आराम की जिंदगी जीते हैं, और इसका पूरा श्रेय जाता है उन सारे जाँबाज सैनिकों को जो अपने परिवार की फिक्र किए बिना, ना जाने कितनी कठिन से कठिन परिस्थितियों में, हाथों में बंदूक लिए, सरहदों पर डटे रहते हैं। कारगिल विजय दिवस पर भारत के तमाम सैनिकों को दोनों हाथों से सलाम और कारगिल के शहीदों को नमन। 🙏🙏🙏 उनके लिए, मेरी तरफ से एक छोटी सी कोशिश भेंट के रूप में, इस पोस्ट के अनुशीर्षक में...!!! आज आई है एक मुसीबत, भारत माँ संकट में है उसकी लाज़ बचाने को तो, वो सैनिक सदा तत्पर है बढ़ा रहा है अपने कदम वो, दुश्मन को मार गिराना है हिम्मत जो की है उसने आज, उसका सबक सिखाना है त्यौहार देश में मने शान्ति से, इसकी कोशिश वो कर रहा है लिए हथियार बाजुओं में, सरहद की ओर वो बढ़ रहा है..!!! कितने शत्रुओं को मार गिराया, सर झुकाने से हमे बचाया