मैं थामे रखूं हाथ तुम्हारा इस भीड़ भरी दुनिया में, तुम मेरे हो कर रहना इस मतलब की दुनिया में। तुम से ही मेरा दिन शुरू हो तुम से हो रात मेरी, मेरे हाथों में हाथ तुम्हारा फिर सारी खुशियां हो मेरी।। ©Sachin Mishra Sachin