अचल में भी चेतना का पूर्ण एक आधार हो तुम हर सुखद अनुभूतियों में, बसा एक संसार हो तुम. बीत qय हुए गिरते संभालते।। भावनाओं की अभिव्यक्ति पर दिमाग का पहरा है , यकीन करो हमारा प्यार आज भी उतना ही गहरा है।। ©priya Gupta #happy Anniversary to us