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                   छत्तीस घंटे काव्या तेज़ तेज़ कद

                   छत्तीस घंटे
काव्या तेज़ तेज़ कदमों से ऑफिस जा रही थी तभी किसी के स्पर्श से चौक जाती हैं और एक भारी आवाज़ सुनकर पीछे मुड़ती है_"क्यों लेडी रावण डर गई। अचरज से देखती है  ईशान को और कहती है।  आप यहां? हा काव्या मेरी पोस्टिंग कोलकाता हो गई है और तुम कहां जा रही हो।  सिर झुकाए हुए काव्या कहती है_मैं भी ऑफिस ही जा रही हूं बैंक में काम करती हूं।।
चलिए अच्छी बात है पर क्या आपके शहर में दोस्तो की खैरियत पूछी नहीं जाती, केवल मै ही बोले जा रहा हूं और आप चुप हैं क्या आप मुझसे बातें नहीं करना चाहती हैं।
ऐसी बात नहीं है समझ नहीं पा रही हूं कि मैं क्या बात करू काव्या वैसे ही सिर झुकाए हुए कहती हैं । तो ठीक है लेडी रावण मस्ती भरे हुए अंदाज़ में कहता है अक्सर बड़े बड़े शहरों में लोग छोटी छोटी बातों को भूल जाते हैं पर मै भूलने की चीज़ नहीं हूं मिस काव्या।
खैर, बेकार की बातों को छोड़ कर काम की बातों पर आते हैं, इस रविवार को मैं आपके घर आ रहा हूं आप अपना कांटेक्ट नंबर दे, ताकि सही सलामत आपके घर आ सके।
काव्या नंबर देती है पर वह उसके नज़रों का सामना नहीं कर पा रही थी। तभी वो मजाक में कहता है मेरा नाम याद है न, खिजती हुई काव्या कहती है _जी हां आप को कैसी भूल सकती हूं मिस्टर ईशान। आप कुछ बोल नहीं रही थी इसलिए मैंने ऐसा कहा अन्यथा नहीं लेंगी आप मुझे लगता है अभी भी आप मुझसे नाराज़ ही है पर रविवार को सारी नाराज़गी दुर कर दुगा ।बाई दा वे मै आपके घर अपनी पत्नि अलका के साथ आ रहा हूं। मैंने वैसी लड़की से शादी की है जिस तरह की लड़की से आप चाहती थी।
क्या वो आप जैसे नहीं है कह के चुप हो जाती है।
मिलने के बाद पता चलेगा काव्या। चलता हूं काव्या और अपने जेब से अपना कार्ड निकाल कर देता है और कहता है, अगर कभी भी बाते करने का मन करेगा तो कर सकती हो काव्या। मंत्रमुग्ध होकर उसकी बाते सुन रही थी

                   छत्तीस घंटे काव्या तेज़ तेज़ कदमों से ऑफिस जा रही थी तभी किसी के स्पर्श से चौक जाती हैं और एक भारी आवाज़ सुनकर पीछे मुड़ती है_"क्यों लेडी रावण डर गई। अचरज से देखती है  ईशान को और कहती है।  आप यहां? हा काव्या मेरी पोस्टिंग कोलकाता हो गई है और तुम कहां जा रही हो।  सिर झुकाए हुए काव्या कहती है_मैं भी ऑफिस ही जा रही हूं बैंक में काम करती हूं।। चलिए अच्छी बात है पर क्या आपके शहर में दोस्तो की खैरियत पूछी नहीं जाती, केवल मै ही बोले जा रहा हूं और आप चुप हैं क्या आप मुझसे बातें नहीं करना चाहती हैं। ऐसी बात नहीं है समझ नहीं पा रही हूं कि मैं क्या बात करू काव्या वैसे ही सिर झुकाए हुए कहती हैं । तो ठीक है लेडी रावण मस्ती भरे हुए अंदाज़ में कहता है अक्सर बड़े बड़े शहरों में लोग छोटी छोटी बातों को भूल जाते हैं पर मै भूलने की चीज़ नहीं हूं मिस काव्या। खैर, बेकार की बातों को छोड़ कर काम की बातों पर आते हैं, इस रविवार को मैं आपके घर आ रहा हूं आप अपना कांटेक्ट नंबर दे, ताकि सही सलामत आपके घर आ सके। काव्या नंबर देती है पर वह उसके नज़रों का सामना नहीं कर पा रही थी। तभी वो मजाक में कहता है मेरा नाम याद है न, खिजती हुई काव्या कहती है _जी हां आप को कैसी भूल सकती हूं मिस्टर ईशान। आप कुछ बोल नहीं रही थी इसलिए मैंने ऐसा कहा अन्यथा नहीं लेंगी आप मुझे लगता है अभी भी आप मुझसे नाराज़ ही है पर रविवार को सारी नाराज़गी दुर कर दुगा ।बाई दा वे मै आपके घर अपनी पत्नि अलका के साथ आ रहा हूं। मैंने वैसी लड़की से शादी की है जिस तरह की लड़की से आप चाहती थी। क्या वो आप जैसे नहीं है कह के चुप हो जाती है। मिलने के बाद पता चलेगा काव्या। चलता हूं काव्या और अपने जेब से अपना कार्ड निकाल कर देता है और कहता है, अगर कभी भी बाते करने का मन करेगा तो कर सकती हो काव्या। मंत्रमुग्ध होकर उसकी बाते सुन रही थी

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