किसान अन्नदाता है उसका करो ना अनादर, सम्मान दो पूरे हक़ से उसका करो तुम आदर| उसके कड़ी मेहनत से ही भरते हैं लोगों के पेट! आज जो भागे थे पैसो के पीछे, उन्हें भी याद आया है अपना खेत; भूमि से ही हमारी शान है मातृभूमि ही हमारी पहचान है! कि भूमि ही हमारी जान है जुड़े रहे हम अपनी भूमि से, यही हमारा स्वाभिमान है, सभी किसानों को करता मैं सादर प्रणाम हूं| किसान के घर जन्मा मैं भी एक किसान हूं|| Composed by:- Jayant singh.. #happyworld'sfarmerday #happyworldfarmaersday #happyfarmersday #RESPECT #every #farmer #and #Support #them #farmersprotest