कंगाली इतनी है के अब जहन मे बस बेईमानी बची है, समझदारों की समझ मे भी बस नादानी बची है, सब लिखा है मेरी उस डायरी मे, जो कह नहीं सकता,तेरी मेरी बस कहानी बची है निशान थे जहाँ हर धडकन पे तेरे, इस मंदी मे तेरी बस निशानी बची है ।। #yqbaba #yqdidi #ghazal #hindi #shayari #recession #randomthoughts #deepthoughts