#2YearsOfNojoto एक किरदार बनाने में दस बारह दिन लगजाते हैं फिर उसमें ढल जाने में दस बारह दिन लगजाते हैं दो सच्चे दिल रोज़ाना गर दो घंटे भी बात करें प्यार उन्हें हो जाने में दस बारह दिन लगजाते हैं हम शामों में अकसर तेरी गलियों में खो जाते हैं फिर अपने घर आने में दस बारह दिन लगजाते हैं वह एक ख़त लिखने में पूरा एक महीना लेता है उसके बाद ख़त आने में दस बारह दिन लगजाते हैं #2YearsofNojoto #UrduPoetry #Poetry #Ghazal #UrduShayari #HindiPoetry