याद है मुझे वो दो हाथ जो मुझे पलकों पर बैठा कर रखते है सर्दी लगने पर सिमटता हु वो चादर ओढ़ाया करते है माथे की लकीरों को देख कर वो नमक का डिब्बा सिरकाय करते है गर्मी में लाइट काटने पर घर की मैं चेन से सोऊ, वो पंखा हिलाया करते है याद है मुझे वो दो हाथ जो मेरी फ़िक्र किया करते है #I_Love_you_Maa #quotemaa