हे जगदम्ब भवानी हे सिद्धेश्वरी शर्वानी। हे माँ शिखर शैल विहारिणी, हे माँ जगतारिणी भयहारिणी। शुभ विचारों से परिपूरित मन दे , दुखिजनो को सुख और नवजीवन दे। -सखीचरण दास, 29/09/2019 #jaidurga