Just imagine ये नया दौर चला है,543 में एक ही आदमीअकेला लड़ा है चलो उन चेहरों की जगह ,उसका ही चेहरा लगाते है और अब उस बाकी किरदारो से नए चित्र बनाते है,अगर बात सही है तो स्टार प्लस वाली बहु भी वही है जो रिश्तों के रूप बदलती थी,मिहिर की याद में रोती बिलखती थी। फिर तो रिंकिया के पापा भी उसने ही गाया, रिमोट से लहँगा उठाया। निकल गया गड्डी लेके,निरहुआ बनके रिक्शा भी चलाया। वर्ल्ड कप भी खेला उसने,गब्बर के आगे नाच के वीरू को भी बचाया। तड़ीपार भी वही हुआ था,उसने ही गौ मूत्र से कैंसर को हराया। लोगो को श्राप से डराया और अंत मे हटा सावन की घटा गाया।कुछ किरदार छूट गए है आप उन्हें भी imagine कर सकते है। Just imagine ये नया दौर चला है,543 में एक ही आदमीअकेला लड़ा है चलो उन चेहरों की जगह ,उसका ही चेहरा लगाते है और अब उस बाकी किरदारो से नए चित्र बनाते है,अगर बात सही है तो स्टार प्लस वाली बहु भी वही है जो रिश्तों के रूप बदलती थी,मिहिर की याद में रोती बिलखती थी। फिर तो रिंकिया के पापा भी उसने ही गाया, रिमोट से लहँगा उठाया। निकल गया गड्डी लेके,निरहुआ बनके रिक्शा भी चलाया। वर्ल्ड कप भी खेला उसने,गब्बर के आगे नाच के वीरू को भी बचाया। तड़ीपार भी वही हुआ था,उसने ही गौ मूत्र से कैंसर को हराया। लोगो को श्राप से डराया और अंत मे हटा सावन की घटा गाया।कुछ किरदार छूट गए है आप उन्हें भी imagine कर सकते है। #चोकीदार #चौकीदार #56inch #election2019 #चुनाव2019 #नमो #justimagine