जा रही है नेह छोड़कर, संग रहेगा तुम्हारे यादों का सिलसिला, अब तक निभाया साथ तुम्हारा, अब रहेगा यादों का सिलसिला। दिल था मेरा मासूम, पर तेरे जख्मों ने इसे पत्थर बना है डाला, मिटा देंगे हिय से प्रेम तुम्हारा, बस रहेगा तेरे दर्द का सिलसिला। बन्धन था संग नेह का बंधा, पर उसको अब मैं तोड़े जा रही हूँ, सब कुछ खत्म हो चुका, बस अपना नेह नाम छोड़े जा रही हूँ। पंछी बन मैं तो उड़ चली, बस अब रहेगा पिजड़े का सिलसिला। ♥️ Challenge-820 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें। ♥️ अन्य नियम एवं निर्देशों के लिए पिन पोस्ट 📌 पढ़ें।