मेरी कश्ती फंसी मजधार में, रास्ता भी दिखे ना। पतवार बनना है मुझे, मांझी भी खो गया। लहरों से भी लड़कर, मुझे है जीतना,ए हुजूर! आज नहीं तो आने वाले कल में, साहिल पर मिलेंगे ज़रुर। #Nojoto #Positive thinker