//हुस्न की जादूगरी// ***************** कोई तिलस्म हैं उसकी निगाहों में, इश्क़ की तैलाब में डूब गया, ऐसा पलायन कर बैठे कि हम अपनी सुध - बुध भूल गया, अनवरत प्रेम की धारा में वोह हृदय में शूल समान चुभ गया, धमनी में बहे वो रक्त सा तामीर कुछ तकमील कुछ हो गया, नफ्स क़ैद हुई पाक़ीज़ा असहास से ग़रीक ए रहमत डूब गया, हुस्न की जादूगरी का असर हुआ आफ़्त ए जाँ लगा गया। #kkहुस्नकीजादूगरी #कोराकाग़ज़ #रमज़ान_कोराकाग़ज़ #collabwithकोराकाग़ज़ #kkr2021