रोक रही हूं इन धड़कनों को उसके नाम का शोर मचाने से। रोक रहा हूँ क़दमों को उस की गली में जाने से.. दोस्तो आदाब। अक्सर हम ख़ुद को रोकते हैं वहाँ जाने से मगर ये दिल कहाँ मानता है। कश्मकश में डाल देता है। Collab करें -YQ Bhaijan के साथ..