दस्तूर ए इश्क मानते हैं दिल किसी का पत्थर नहीं होता, बिन वजह निसार, बेवजह टूटकर शहीद नहीं होता। इश्क का दस्तूर है, यूं ही कोई घायल या शिकार नहीं होता, रखना संभाल कर इसको, कदरदान खुद सा कहीं नहीं होता।— % & #rztask246 #rzलेखकसमूह #restzone #aksharo_ki_awaz #love #YourQuoteAndMine Collaborating with Archana Verma Singh