उदास चेहरे को जरा हटा के देख झूठा ही सही तब्बसुम ला कर देख कहीं कोई ख्वाहिश न रह जाए अधूरी, अपनी हर ख्वाब को आजमा के देख। ये दुनिया शानों-शौकत सब झूठा है, अपने रफिक को गले लगा के देख। कयामत के दिन भी तु मुस्कुरायेगा, सारे रंजो-गम भूला के देख। मजहब जुदा-जुदा है मगर कौम एक है, 'नश्तर' का खून अपने लहू से मिला के देख । 🌺🌺🌺गुल-ए-नग़मा Challenge: submit before 6a.m monday (time-period Saturday Monday 6a.m) mentioning 'Done' in comment section. No plagiarism please. Vaseem Akhthar Crystal 💐नमस्कार ! साथियों Tanha Raatein परिवार में आपका हार्दिक स्वागत करते है ..ऊपर दिये गये चित्र को अपने सुंदर शब्दों से सजाएँ ।